नई दिल्ली. रेलवे मिनिस्टर सुरेभ प्रभु ने बुधवार को नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। हाल ही में हुए रेल हादसों की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की। बाद में मीडिया से कहा- एक्सीडेंट्स से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। कुछ लोगों की जानें गई हैं। मैंने पीएम से मिलकर इन हादसों की पूरी जिम्मेदारी ली है। उन्होंने मुझे इंतजार करने को कहा है। बता दें कि यूपी के खतौली हादसे में उत्कल एक्सप्रेस के हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि बुधवार को एक एक्सीडेंट में 80 लोग घायल हो गए थे।
2) जनता एक्सप्रेस डिरेलमेंट
- देहरादून-वाराणसी एक्सप्रेस 20 मार्च 2015 को राय बरेली में डिरेल हुई। 58 लोगों की मौत हुई जबकि 150 घायल हुए। वजह टेक्नीकल फैल्योर थी।
3) कौशाम्बी डिरेलमेंट
- 25 मई 2015 को राउरकेला-जम्मू तवी मुरी एक्सप्रेस यूपी के कौशाम्बी में डिरेल हुई। पांच लोगों की मौत और 50 घायल हुए।
4) कामायनी-जनता एक्सप्रेस डिरेलमेंट
- मध्य प्रदेश के हरदा में 4 अगस्त 2015 को कामायनी और जनता एक्सप्रेस डिरेल हुईं। खास बात ये थी कि दोनों ही ट्रेनें एक के बाद एक और एक ही स्पॉट पर डिरेल हुईं। 31 लोगों की मौत हुई जबकि करीब 100 लोग घायल हुए।
5) दुरंतो एक्सप्रेस डिरेलमेंट
- सिकंदराबाद-लोकमान्य तिलक दुरंतो एक्सप्रेस कर्नाटक के कलबुर्गी में डिरेल हुई। 2 लोगों की मौत जबकि 7 घायल हुए।
6) कालका-शिमला डिरेलमेंट
- नैरो गेज ट्रेन शिवालिक क्वीन 12 सितंबर 2015 को डिरेल हुई। इसमें 36 ब्रिटिश टूरिस्ट्स भी थे। 2 की मौत जबकि 15 घायल हुए।
7) इंदौर-पटना एक्सप्रेस डिरेलमेंट
- 20 नवंबर 2016 को यह हादसा हुआ। इंदौर-पटना एक्सप्रेस कानपुर में हादसे का शिकार बनी। 150 पैसेंजर्स की मौत हुई। जबकि इतने ही घायल हुए।
8) हीराखंड एक्सप्रेस डिरेलमेंट
- जगदलपुर से भुवनेश्वर जाने वाली हीराखंड एक्सप्रेस विजयानगर में डिरेल हुई। 41 लोग मारे गए जबकि 84 घायल हुए।
9) उत्कल एक्सप्रेस डिरेलमेंट
प्रभु के टैन्योर में 20 हादसे, 9 काफी बड़े
- नवंबर 2014 में प्रभु को मोदी ने रेलवे जैसी अहम मिनिस्ट्री दी थी। इसके बाद से उनके टैन्योर में करीब 20 रेल हादसे हुए। इनमें से 9 बड़े एक्सीडेंट रहे।
1) एनीकल डिरेलमेंट
- 13 फरवरी 2015 को शाम सात बजे बेंगलुरु-एर्नाकुलम इंटरसिटी एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। दो कोच में बैठे 10 लोगों की मौत हुई। 154 जख्मी हुए।
- 13 फरवरी 2015 को शाम सात बजे बेंगलुरु-एर्नाकुलम इंटरसिटी एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। दो कोच में बैठे 10 लोगों की मौत हुई। 154 जख्मी हुए।
2) जनता एक्सप्रेस डिरेलमेंट
- देहरादून-वाराणसी एक्सप्रेस 20 मार्च 2015 को राय बरेली में डिरेल हुई। 58 लोगों की मौत हुई जबकि 150 घायल हुए। वजह टेक्नीकल फैल्योर थी।
3) कौशाम्बी डिरेलमेंट
- 25 मई 2015 को राउरकेला-जम्मू तवी मुरी एक्सप्रेस यूपी के कौशाम्बी में डिरेल हुई। पांच लोगों की मौत और 50 घायल हुए।
4) कामायनी-जनता एक्सप्रेस डिरेलमेंट
- मध्य प्रदेश के हरदा में 4 अगस्त 2015 को कामायनी और जनता एक्सप्रेस डिरेल हुईं। खास बात ये थी कि दोनों ही ट्रेनें एक के बाद एक और एक ही स्पॉट पर डिरेल हुईं। 31 लोगों की मौत हुई जबकि करीब 100 लोग घायल हुए।
5) दुरंतो एक्सप्रेस डिरेलमेंट
- सिकंदराबाद-लोकमान्य तिलक दुरंतो एक्सप्रेस कर्नाटक के कलबुर्गी में डिरेल हुई। 2 लोगों की मौत जबकि 7 घायल हुए।
6) कालका-शिमला डिरेलमेंट
- नैरो गेज ट्रेन शिवालिक क्वीन 12 सितंबर 2015 को डिरेल हुई। इसमें 36 ब्रिटिश टूरिस्ट्स भी थे। 2 की मौत जबकि 15 घायल हुए।
7) इंदौर-पटना एक्सप्रेस डिरेलमेंट
- 20 नवंबर 2016 को यह हादसा हुआ। इंदौर-पटना एक्सप्रेस कानपुर में हादसे का शिकार बनी। 150 पैसेंजर्स की मौत हुई। जबकि इतने ही घायल हुए।
8) हीराखंड एक्सप्रेस डिरेलमेंट
- जगदलपुर से भुवनेश्वर जाने वाली हीराखंड एक्सप्रेस विजयानगर में डिरेल हुई। 41 लोग मारे गए जबकि 84 घायल हुए।
9) उत्कल एक्सप्रेस डिरेलमेंट
- 19 अगस्त को यूपी के खतौली में हादसे का शिकार हुई। 22 लोगों की मौत हुई। 35 घायल हुए।
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